एएमयू की आफरीन जबीं बनीं इंग्लिश चैनल पार करने वाली विश्वविद्यालय की पहली छात्रा मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए यह गौरवपूर्ण क्षण है, जब बीपीएड की छात्रा आफरीन जबीं ने इंग्लिश चैनल तैरकर पार कर इतिहास रच दिया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली एएमयू की पहली छात्रा हैं।
29 जुलाई, 2025 को आफरीन ने डोवर (यूके) से कैप ग्रिस (फ्रांस) तक की 34 किलोमीटर की एकल यात्रा को 13 घंटे 13 मिनट में पूरा किया और 11 डिग्री सेल्सियस तापमान के ठंडे पानी को मात देकर उनहोंने यह इतिहास रचा। उन्होंने यह तैराकी लंदन समयानुसार प्रातः 3ः45 बजे शुरू की थी। तेज धाराओं के बीच यह चुनौतीपूर्ण प्रयास आफरीन को अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहनशीलता वाले तैराकों की विशिष्ट श्रेणी में शामिल करता है और एएमयू, उनके गृह राज्य पश्चिम बंगाल तथा पूरे भारत के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।
पश्चिम मिदनापुर के एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली आफरीन की यह यात्रा दृढ़ इच्छाशक्ति, अनुशासन और संकल्प की मिसाल है। इस उपलब्धि से पहले ही वह ओपन वॉटर स्विमिंग में खुद को स्थापित कर चुकी थीं। उन्होंने विद्यासागर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व तीन बार ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एक्वाटिक चैम्पियनशिप में किया, दो बार राष्ट्रीय स्तर पर पश्चिम बंगाल की ओर से प्रतिस्पर्धा की और 13, 21 और 24 किलोमीटर की लंबी दूरी की तैराकियां सफलता से पूरी कीं। एएमयू में दाखिला लेने से पूर्व उनका सबसे उल्लेखनीय कीर्तिमान गंगा नदी में आयोजित 81 किलोमीटर की विश्व की सबसे लंबी तैराकी प्रतियोगिता में लड़कियों की श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त करना रहा।
एएमयू की छात्रा के रूप में आफरीन की यह उपलब्धि व्यक्तिगत ही नहीं, विश्वविद्यालय के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस ऐतिहासिक क्षण पर, आफरीन ने भारतीय ध्वज थामे हुए अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मैंने अपने देश, विश्वविद्यालय और परिवार को गर्व का अनुभव कराया, जिन्होंने हमेशा मेरे सपनों को पाने में मेरा साथ दिया। इस अवसर पर उनके भाई आदिल मोहम्मद (एएमयू के रसायन विभाग में पीएचडी छात्र) और भाभी रिजवाना यासमीन (नैनोटेक्नोलॉजी में एएमयू की गोल्ड मेडलिस्ट) भी उनके साथ कंधे से कन्धा मिलकर खड़े रहे।
एएमयू की कुलपति प्रो. नइमा खातून ने इस उपलब्धि को सामूहिक उत्सव और गर्व का क्षण बताया और कहा कि आफरीन की असाधारण भावना आने वाले वर्षों में एएमयू के अनेक छात्रों को प्रेरणा देगी। उन्होंने कहा कि आफरीन ने एक ऐसी यात्रा की शुरुआत की है, जिसे हमारे और भी प्रतिभाशाली छात्र आगे बढ़ाएंगे।
सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन और शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. इकराम हुसैन ने आफरीन को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि एएमयू में उन्हें जो शैक्षणिक और मानसिक प्रशिक्षण मिल रहा है, वह भविष्य में और भी उपलब्धियां दिलाएगा।
पीआरओ की प्रभारी प्रो. विभा शर्मा ने जानकारी दी कि आफरीन और उनके भाई अभी यूके में हैं और शीघ्र ही अलीगढ़ लौटेंगे। उन्होंने फोन पर आफरीन और उनके परिवार को बधाई दी और विश्वविद्यालय समुदाय की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
आफरीन जबी के रूप में एएमयू को एक नई प्रेरणास्रोत छात्रा मिली है, यानि अलीगढ़ की वह बेटी, जिसने लहरों को चीरते हुए इतिहास रचा और विश्वविद्यालय का नाम विश्व पटल पर गौरव के साथ अंकित किया। खेल के क्षेत्र में उनका भविष्य अत्यंत उज्ज्वल प्रतीत होता है।